बॉलीवुड वालों के साथ दिक्कत यह है कि उनके पास कहानी नहीं है और इस बार साउथ वालों के साथ दिक्कत है कि कहानी तो है लेकिन इतनी उलझी हुई है
उसे समझने के लिए बाल भी खींच लेने पड़ते हैं! PS1 देखने के बाद ऐसा लगता है कि जिस उपन्यास पर फिल्म बनी है, अगर मैंने उस उपन्यास को पढ़ा होता तो फिल्म समझ में आ जाती लेकिन फिर भी फिल्म में जान तो है!
जब भी भारतीय संस्कृति और उसके अतीत की बात होती है तो हिंदी भाषी क्षेत्रों में दक्षिण भारत की बात कम होती है। संगीत भी हिन्दुस्तानी संगीत से प्रारंभ होकर कर्नाटक संगीत तक जाता है, कहानियों की बात तो और भी सीमित रह जाती है।
ऐसे में कल्कि कृष्णमूर्ति के पांच भाग वाले उपन्यास ‘पोन्नियिन सेलवन’ पर आधारित तमिल फिल्म को दक्षिण भारत की अन्य प्रमुख भाषाओं के साथ हिंदी में डब करके रिलीज करना किसी चुनौती से कम नहीं है।
चुनौती तब बढ़ जाती है जब इसके लेखक बातचीत में पूरी तरह से हिंदी से परहेज करते हैं और हिंदी बोलने और समझने में सक्षम होने के बावजूद तमिल के बजाय अंग्रेजी में बात करना पसंद करते हैं।
फिल्म ‘पोन्नियिन सेलवन 2’ देखने से पहले जरूरी है कि आपने फिल्म ‘पोन्नियिन सेलवन 1’ देखी हो क्योंकि पहला पार्ट देखे बिना दूसरा समझ नहीं आएगा।
यह चोल साम्राज्य और उसके अंदर चल रही राजनीति की कहानी है.. पहले भाग में पात्रों के परिचय के साथ दूसरे भाग में कहानी आगे बढ़ती है। और प्रत्येक पात्र अपना रंग दिखाता है पात्र इतने सारे हैं और उनके नाम इतने हैं
अगर आप चोलों के इतिहास के बारे में पहले से नहीं जानते हैं तो आप जरूर भ्रमित हो गए होंगे। तो उनके बारे में पढ़ने के बाद ही फिल्म समझ में आएगी।
लेखक - मणिरत्नम , बी जयमोहन और ई कुमारवेल निर्देशक - मणिरत्नम रिलीज-28 अप्रैल 2023