इंटरनेट हर यूजर के लिए उसके रोजमर्रा की जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है।
इंटरनेट के कॉलिंग और टेक्स्ट मैसेजिंग के अलावा शायद ही कोई दूसरा काम किया जा सकता है।
इंटरनेट इस्तेमाल करने के साथ ही हर यूजर के लिए हैकिंग का खतरा बना ही रहता है। जरा सी भूल यूजर की बैंकिंग, प्राइवेट जानकारियों को लीक कर सकती है। हर स्मार्टफोन यूजर को फर्जी वेबसाइट की पहचान करने के तरीके पता हों।
फर्जी वेबसाइट इस्तेमाल करने में ऑरिजनल जैसी ही लगती हैं। हालांकि, फेक वेबसाइट को कभी भी हू-ब-हू रियल जैसा डिजाइन नहीं किया जा सकता है।
ऐसे में यूजर अगर ध्यान दे तो फेक वेबसाइट पर ग्रामर या स्पेलिंग मिस्टेक को खोजा जा सकता है। ऐसी किसी भी मिस्टेक पर आपका ध्यान जाता है, तो वेबसाइट फर्जी होने के संकेत देती है।
गूगल के क्रोम के जरिए करते हैं तो आपको जानकारी होनी चाहिए कि किसी भी यूआरएल का एक फिक्स्ड फॉर्मेट होता है।
ईमेल के जरिए किसी लिंक पर क्लिक करने जा रहे हैं तो माउस को ले जाकर यूआरएल चेक कर सकते हैं। क्लिक करने के बजाय, गूगल पर कंपनी का नाम डायरेक्ट सर्च कर सकते हैं
अधिकतर स्थितियों में गूगल पर कंपनी का नाम सर्च करने पर ऑरिजनल वेबसाइट सबसे ऊपर ही नजर आती है।
वेबसाइट के फर्जी होने का पता वेबसाइट चेकर के जरिए लगाया जा सकता है। वेबसाइट चेकर की मदद से यूजर को किसी भी...
वेबसाइट की पूरी रिपोर्ट मिल जाती है। वेबसाइट की रिपोर्ट पीडीएफ फॉर्मेट में भी डाउनलोड कर जांचा जा सकता है।