कंपनी गूगल के ChromeOS का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स के लिए एक जरूरी अपडेट मिल रहा है। 

कनया अपडेट कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम ऑफ इंडिया (Computer Emergency Response Team of India) द्वारा जारी किया गया है। 

सीईआरटी में Google ChromeOS में मौजूद कुछ खामियों के लिए एक नोट CIVN-2023-0131 जारी किया है। 

 अगर आप भी गूगल के ChromeOS का इस्तेमाल करते हैं तो ये अपडेट आपको भी जानना चाहिए।

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो Google ChromeOS में मौजूद खामियां की वजह से यूजर्स को साइबर क्रिमिनल से नुकसान पहुंच सकता है। 

साइबर हैकर्स को यूजर्स की निजी जानकारियों तक पहुंचने और मनमाने कोड को जारी करने में मदद मिल सकती है।

ChromeOS में मौजूद खामी की वजह से सिस्टम पर डीओएस यानी (denial-of-service) जैसी परेशानियां आ सकती हैं। 

ChromeOS का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स के लिए सीईआरटी ने तुरंत एक्शन लेने की बात कही है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक Google ChromeOS 15393.48.0 (प्लेटफॉर्म वजर्न : 113.0.5672.114) से पहले के वर्जन में सुरक्षा से जुड़ी खामी पाई गई है।

 किस वर्जन में पाया गया है 

 ChromeOS में इस तरह की खामी यूज-ऑफ्टर फ्री एरर और मेमोरी करप्शन की वजह से आ रही हैं। साइबर अटैकर्स यूजर को ट्रिक करते हुए मालवेयर वाली वेबसाइट

 लैंड करवा सकते हैं। ऐसा कर यूजर्स की निजी जानकारियों पर भी अटैकर्स अपना कंट्रोल पा सकते हैं।

 दरअसल क्रोम ओएस के पुराने वर्जन से जुड़ी इस खामी के लिए फिलहाल यूजर्स को नए अपडेट को इन्स्टॉल करने की जरूरत होगी। 

सुरक्षा के उपाय क्या है

स्टेबल वर्जन में इस तरह की सुरक्षा से जुड़ी खामियों को नए अपडेट में दूर किया गया है। सभी यूजर्स को ChromeOS device अपडेट करने की सलाह दी जाती है। 

ऐसे ही खबरों के लिए स्क्रीन को ऊपर स्लाइड करके हमारे व्हाट्स एप्प ग्रुप को जरूर जॉइन करें ताकि आपको हर अपडेट सबसे पहले मिल सके।

ऐरो