न्यूज डेस्क:- यह घटना मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले कि है जहाँ एक डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली है। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाया है और उन्होंने उसकी कमरे में एक डायरी ढूंढी है जिसमें उसने अपनी दिक्कत के बारे में लिखा है। उसने अपनी असुंदरता की वजह से आत्महत्या करने का फैसला किया था। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
कुछ दिन पहले दिलीप गेट इलाके में भी एक युवती ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। पुलिस ने उसकी पहचान की जांच की है। उसकी नाम निशा गोयल था और उसकी उम्र 25 साल थी। वह झाबुआ जिले के एक अस्पताल में काम करती थी। पुलिस के पास कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था।
पुलिस ने की जांच
पुलिस की जांच में पता चला कि निशा गोयल डॉक्टर थी और उसकी नियुक्ति झाबुआ जिला अस्पताल में हुई थी। पुलिस ने उसके सम्बंध में पूछताछ की तो उसके साथवासी लोगों ने बताया कि वह कुछ दिनों से दुखी और उदास नजर आ रही थी। वह अकेली रहती थी और उसके पास कोई दोस्त नहीं था। उसके परिवार वालों ने बताया कि वह अपनी शादी के बाद से दुखी रहती थी। उसे लगता था कि उसका पति उसे प्यार नहीं करता था और उससे वह अलग होना चाहता था।
पुलिस जांच के दौरान डायरी में लिखे बातों के आधार पर यह संभव है कि निशा गोयल आत्महत्या करने से पहले उदास और दुखी महसूस कर रही थी। उसे अकेलापन का अहसास था और उसका मानसिक स्वास्थ्य भी ठीक नहीं था। इस घटना से यह संदेश सामने आता है कि मानसिक स्वास्थ्य एक अत्यंत महत्वपूर्ण मुद्दा है जिस पर समय-समय पर ध्यान देना आवश्यक है।
निशा ने घरवालों का फोन नहीं उठाया
मकान मालिक ने पुलिस को बताया कि 9 मार्च को उसके पास निशा के घर वालों का फोन आया। उसने कहा कि निशा फोन नहीं उठा रही है, तुम एक बार जाकर देख लो। मैंने और पड़ोसन ने भी निशा का दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं आया. इसके बाद मकान मालिक ने खिड़की का शीशा तोड़कर देखा तो निशा फंदे पर लटकी हुई थी। निशा गोयल पेटलावद की रहने वाली थीं।
6 माह पूर्व ही झाबुआ जिला अस्पताल में मिली थी नियुक्ति
एमबीबीएस करने के बाद 6 माह पूर्व ही उन्हें झाबुआ जिला अस्पताल में बांड पर नियुक्ति मिली थी। नौ मार्च को होली मनाने के बाद वह पेटलावद से झाबुआ जिला अस्पताल पहुंची थी। वह यहां डे ड्यूटी करती थी और शाम 5 बजे किराए के मकान में आ जाती थी। पुलिस का कहना है कि वह सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच कर रही है। निशा की कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है। डॉ. निशा भी पीएससी की तैयारी कर रही थीं।